2019 की पहली ब्लॉकबस्टर फ़िल्म, जिसने मात्र 10 दिन में ही 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया। जैसा कि हमें शीर्षक से ही प्रतीत हो जाता हैं कि उरी अटैक का बदला लेने के लिए भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर जो सर्जिकल स्ट्राइक की गई । फ़िल्म की शुरुआत भी इसी से होती हैं फ़िल्म में सबसे पहले परिचय होता हैं आतंकवाद का, जगंल से गुजरती सेना की बस पर आतंकवादी हमला कर देते हैं जिसमे हमारे कई सैनिक वीरगति को प्राप्त हो जाते है।
इसी कड़ी में दर्शकों को भारतीय सेना के जज्बे से परिचित करवाया जाता है, सेना की एक टीम जिसका नेतृत्व मेजर विहान शेरगिल ( विकी कौसल ) और कर्ण कश्यप ( मोहित रैना ) कर रहे है सभी आतंकियों का नाश करते हैं। पूरी फिल्म का सार भी यही है जिसे हम शुरुआती अंश में ही देख लेते हैं।
फ़िल्म में आतंकवाद से सम्बंधित उन वास्तविक घटनाओं को जोड़ा गया हैं जो उरी अटैक से पहले घटित हुई थी। फ़िल्म में सभी पात्रों के नाम काल्पनिक रखें गए है जहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का नाम गोविंद होता हैं जिनकी भूमिका परेश रावल ने बखूबी निभाई है जबकि प्रधानमंत्री के किरदार में हमें उनके चेहरे का तेज नजर नहीं आया। मोदीजी की भूमिका रंगमंच कलाकार रंजित कपूर ने निभाई जो थोड़े असहज नजर आए। वहीं तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर जी की भूमिका योगेश सोमन ने इतनी बखूबी से निभाई की दर्शकों को ये समझने में भी समय गंवाना पड़ा कि ये मनोहर पर्रिकर नहीं सोमन हैं। फ़िल्म में नारी शक्ति का भी परिचय करवाया गया है यामी गौतम ने एक रॉ एजेंट की भूमिका निभाई तो वहीँ कीर्ति कुल्हरी ने भारतीय वायु सेना के अधिकारी का किरदार निभाया हैं।
राष्ट्र प्रेम से भरपूर ये फ़िल्म सैनिकों का संघर्षमय जीवन दिखाकर रोंगटे खड़े कर देंगे वाली हैं। सेना के शौर्य ने दर्शकों को रोमांचित किया तो वहीँ कुछ घटनाएं ऐसी भी थी जहां आंखे नम भी हो जाती हैं। इसके विपरीत इस फ़िल्म ने कई पत्रकार व नेताओं को खून के आंसू भी रुलाया। इनमें उन सभी तथाकथित बुद्धिजीवियों की गिनती की जाएगी जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जी-कल स्ट्राइक पुकारा था।
जब फ़िल्म का ट्रेलर आया तभी से इन अर्बन नक्सलियों के पेट मे दर्द शुरू चुका था जिसकी पीड़ा फ़िल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के साथ भी बढ़ती ही जा रही हैं।
ट्रेलर रिलीज होते ही एक मीडिया हाऊस ‘ द वायर ‘ ने इसे टॉक्सिक और हाइपर नेस्नालिज्म से ओत प्रोत बताया था। द वायर ने लिखा ‘Uri’ trailer: Brace yourselves, more toxic hyper-nationalism is coming..
द वायर के जहरीले राष्ट्रवाद शब्द के प्रतिउत्तर में मशहूर पत्रकार रोहित सरदाना ने लिखा ‘ट्रेलर से ही ‘वायर’ ऐसा तड़प गया है जैसे नंगे तार पे पैर पड़ गया हो!’
अमिश देवगन ने लिखा ये तो सिर्फ ट्रेलर हैं फ़िल्म रिलीज के बाद कई तथाकथित सड़क पर रोते नजर आएंगे
फ़िल्म देखने के बाद श्वेता सिंह ने ट्वीट किया उरी का लेट नाईट शो भी हाउस फुल। उन्होंने लिखा ये जहरीला नही जोशीला हैं।
क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने ट्विटर पर फ़िल्म के पोस्टर के साथ सेल्फी पोस्ट करी और फ़िल्म का डायलॉग How’s the josh? High Sir. प्रधानमंत्री ने भी काफी सराहना की है। मुंबई में भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने अपने भाषण के सम्बोधन में फ़िल्म का एक डायलॉग भी बोला, फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों से पूछा – हाऊ इज द जोश? , प्रतिउत्तर में कलाकारों ने कहा – हाई सर । फ़िल्म का ये डायलॉग काफी लोगो की जुवां पर आ गया है।
उरी अटैक में वीरगति को प्राप्त हमारे जवानों को ये एक सच्ची श्रद्धांजलि हैं। भारतीय सिनेमा जगत की ये सबसे बेहतरीन वॉर फ़िल्म हैं। देश भक्ति पर आधारित यह फ़िल्म सपरिवार देखी जा सकती है।
राहुल कबीरसर।