– सप्तदिवसीय गौ कृपा कथा महोत्सव
-गो कथा में उमडा जनसैलाब
विसंकेजयपुर
जयपुर 30 मई। गाय को जानवर समझना हमारी सबसे बड़ी भूल है। गौमाता जानवर नहीं सम्पूर्ण भारत की आत्मा है। इसके बगैर भारत की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। गाय में सभी देवी देवताओं का निवास है। यह कहना है युवा क्रांतिकारी गो भक्त संत जगदीश गोपाल महाराज जी का। वे ने सोमवार को मानसरोवर के शिप्रा पथ पुलिस थाना के सामने मैदान में जारी सप्तदिवसीय गौ कृपा कथा महोत्सव के दौरान उपस्थित गोभक्तों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।
महाराज ने कहा कि गाय देवता के समान है तभी तो भगवान कृष्ण ने नंगे पांव गाय चराई थीं। वे लोग सौभाग्यशाली हैं जिन्हें भारत भूमि और गाय माता का सानिध्य मिला। इस पावन पुनीत भारत भूमि पर मनुष्य तो क्या देवता भी जन्म लेने के लिए तरसते है। आयोजन समिति के प्रवक्ता नीलेश भंडारी ने बताया कि प्रतिदिन सांय 7 बजे से 9.30 बजे तक कथा चलेगी जिसमे कथा श्रवण को आने वाले श्रद्धालुओं को द्वारा पर पंचगव्य का पान कराकर कथा पांडाल में प्रवेश दिया
जाएगा तथा प्रतिदिन प्रातः 8 बजे से 10 बजे तक निःशुल्क पंचगव्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा ।