समाज तोड़ने की साजिश
संतों ने अपने उद्बोधन में कहा कि सवा सौ करोड़ नागरिकों के इस देश में लगभग सवा लाख गौओं का प्रतिवर्ष वध क्या इसलिए किया जाता है कि वह केवल हिन्दुओं की माँ है? वेदों में गौ हत्यारे को शीशे की गोली से मारने की आज्ञा है. गौ हत्यारे व उनके समर्थक-पोषक हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा न लें. बाल्मीकि संत श्री रवि शाह जी महाराज ने कहा कि हिन्दू समाज ने गौ रक्षा हेतु सदैव बलिदान दिए हैं, किन्तु कुछ लोग आज साजिश के तहत समाज तोड़ने का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गाय जोड़ती है तोड़ती नहीं. युवा गौ भक्त मुहम्मद फैज़ खान ने कहा कि क़ुरान से लेकर मुहम्मद साहब तक सभी ने गौ दुग्ध को अमृत व गौ मांस को ज़हर की संज्ञा दी है. आज इस सभा में बड़ी संख्या में मौजूद मुस्लिम महिला व पुरुष गौ रक्षक इस बात को भली भाँति जानकर गौ रक्षार्थ जुटे हैं.
गौ संवर्धन हेतु जुटने का आह्वान
बलिदानी गौ भक्तों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष मुंबई से पधारे पूज्य स्वामी विश्वेश्वरानंद जी, पू स्वामी गोविन्द देव गिरी जी, मंच संचालक वृन्दावन के संत पूज्य स्वामी ज्ञानानंद जी, अखिल भारतीय धर्माचार्य सभा के महामंत्री स्वामी परमात्मानंद जी, जैन मुनि श्री लोकेश मुनि जी, श्री राजेन्द्र मुनि जी व विवेक मुनि जी, सिख संत भूपेन्द्र सिंह जी, मलूक पीठ वृन्दावन के पूज्य राजेंद्रदास जी अग्रदेवाचार्य स्वामी राघवाचार्य जी (सीकर, राजस्थान), वृन्दावन के पूज्य रामप्रवेशदास जी, आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर के शिष्य स्वामी परमतेज जी व गौडीय मठ के महायोगी जी तथा सुधांशु जी महाराज सहित अनेक श्रेष्ठ संतों ने उपस्थित गौ भक्तों को संबोधित कर गौ संवर्धन हेतु जुटने का आह्वान किया. इस अवसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी, प्रान्त कार्यवाह भारत जी, विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंहल, संगठन महामंत्री दिनेश चन्द्र जी, संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन जी, सहित अनेक धार्मिक, सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों के पदाधिकारी, गौशालाओं के प्रतिनिधि तथा अन्य गौभक्त उपस्थित थे.