फिल्म समीक्षा – रेड
आर्थिक अपराध ऐसा विषय है, जो सदा ही ससामयिक बना रहता है। वर्तमान में भी पुरानी सरकारों और बैंक घोटालों से देश हिला हुआ है। ऐसे में फिल्म रेड सही समय पर आयी है।...
आर्थिक अपराध ऐसा विषय है, जो सदा ही ससामयिक बना रहता है। वर्तमान में भी पुरानी सरकारों और बैंक घोटालों से देश हिला हुआ है। ऐसे में फिल्म रेड सही समय पर आयी है।...
विवाह पूर्व यौन सम्बन्ध, शराब, सम्बन्धों और रिश्तों को अपनी समझ व सुविधा से परिभाषित करना। फूहड़ता और नैतिकता के गिरते मापदण्ड। इस फिल्म के सम्बन्ध में और क्या बात कही जाये? आज की...
भारतीय चित्र साधना संस्था द्वारा चित्र भारती फिल्मोत्सव का आयोजन 19-21 फरवरी 2018, विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के सैकड़ों युवाओं से भरपूर सिरी फोर्ट अॉडिटोरियम दिल्ली में किया गया, जिसके प्रत्यक्ष अनुभव का आस्वादन...
अक्सर प्रश्न उठाया जाता है कि भारतीय सिनेमा में भारत के दर्शन तो कहीं होते ही नहीं है। किन्तु अब समय बदल रहा है। भारत के गाँव-कस्बे से जुड़े सच और समस्याओं के चित्रण...
राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन को सन्दर्भ बनाकर, ‘‘टाॅयलेट एक प्रेम कथा’’ फिल्म बनायी गयी है। जो कि एक ठण्डे और ताजी हवा के झौंके जैसी लगती है। इस फिल्म की कहानी में एक नवविवाहिता कुछ...
जैसी सार्थक और मनोरंजक फिल्में बनने का दौर अब भारत में इसलिये रफ्तार पकड़ रहा है कि दर्शकों का जीवनके प्रति दृष्टिकोण थोड़ा और विस्तृत हुआ है। दर्शक समाज को संदेश देने वाली फिल्मों...