राष्ट्रीय सेवा संगम – ईंट पत्थर उठाने वाले हाथ अब करेंगे रोगियों की सेवा
जयपुर. जीवनयापन की मजबूरी ने 10वीं कक्षा तक पढ़ी सुनीता को ईंट-पत्थर उठाने पर मजबूर कर दिया था, लेकिन तभी एक मार्गदर्शक ने सुनीता का हाथ पकड़ा और सेवा भारती के हाथों में थमा...