पटना (विसंकें). बिहार उपद्रवियों के आतंक के गहरे साये में घिरता नजर आ रहा है. नई सरकार के गठन के बाद उपद्रवियों के हौसले आसमान पर हैं. लक्ष्मी पूजा के समय फुलवारी शरीफ में हुई वारदात की धमक कम भी नहीं हुई थी कि शुक्रवार को बिहार शरीफ में उपद्रवियों ने जमकड़ तांडव मचाया. हजारों की संख्या में जुटे उपद्रवियों ने दुर्गा मंदिर के पुजारी को न सिर्फ पीटा, बल्कि माता की प्रतिमा को अपमानित किया. यज्ञशाला को भ्रष्ट किया एवं मंदिर से लगे पानी के नल को तोड़ दिया.संभवतया यह घटना कहीं भी सुर्खियां नहीं बन पाई, जबकि चर्च में होने वाली सामान्य चोरी की घटना पर भी हल्ला मचा दिया जाता है.
मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा के बिहार शरीफ में 3.30 बजे शाम को 7 हजार से अधिक लोग जुटे. धार्मिक स्थान में हुई तकरीर के बाद किसी भाषण की बात सुनकर उग्र हो गए. बिहारशरीफ के ब्लॉक के समीप इन लोगों ने सभा की और वहीं से हंगामा मचाते हुए उपद्रवियों का काफिला पटना-रांची रोड होते हुए भरावपर तक गया. इस क्रम में आने वाले कई लोग उनकी हिंसा की चपेट में आये. सबसे ज्यादा नुकसान बिहारशरीफ के प्रसिद्ध भैंसासुर मंदिर या देवी मंदिर को हुआ. उपद्रवियों ने काफी समय तक इस मंदिर में कोहराम मचाया. वहां के पुजारी के साथ जमकर मारपीट की. मंदिर में चल रहे यज्ञ को विखंडित किया गया. दुर्गा जी की मूर्ति को अपमानित किया. उनका गुस्सा इस पर भी नहीं थमा तो मंदिर के छत पर भी उपद्रव मचाया. मंदिर से लगे नल को उन लोगों ने तोड़ दिया. शहर के बीचों-बीच यह अपराध होता रहा और पुलिस किसी और मामले में तफ्तीश कर रही थी. उपद्रवियों के जाने के बाद पुलिस दल बल के साथ पहुंची. इस संबंध में नालंदा के जिलाधिकारी त्यागराजन ने कहा कि दंगाईयों पर कार्रवाई की जायेगी. अभी पूरे बिहारशरीफ में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.