केशवपुरा आदर्श ग्राम का नाम भू-राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज.
ग्रामवासियों द्वारा अभिनंदन, नामकरण अनुष्ठान एवं महाआरती महोत्सव आयोजित.
जयपुर (विसंकें)। गांव का विकास होता है तो देश का विकास होता है और विकास की शुरुआत अपने घर से करनी होती है.यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान क्षेत्र के सह-क्षेत्र प्रचारक श्री निंबाराम जी ने कही. वे चाकसू के निकट केशवपुरा आदर्श ग्राम में आयोजित अभिनंदन, नामकरण अनुष्ठान एवं महाआरती महोत्सव को संबोधित कर रहे थे.
श्री निंबाराम ने बताया कि संघ प्रतिदिन 1 घंटे की शाखा के माध्यम से स्वयंसेवकों में संस्कार देने का काम करता है। शाखा से तैयार संस्कारित स्वयंसेवक देशभर में विविध सेवा कार्यों के साथ ग्राम विकास पर भी काम करते हैं. केशवपुरा आदर्श ग्राम इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है.
उन्होंने कहा कि केशवपुरा आदर्श ग्राम देश के बेहतर आदर्श गांव में स्थान ले इसके लिए समस्त ग्राम वासियों को मिलकर प्रयास करना होगा. शिक्षा संस्कार स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों से जुड़ी छोटी-छोटी बातों को सामूहिक रूप से तय कर गांव में लागू करे. केशवपुरा आदर्श ग्राम में अभी एक कुआं एक मंदिर की भावना सहज में स्वीकार है एक श्मशान की बात पर भी विचार करेंगे तो यह गांव देश के श्रेष्ठ गांवों में अपना स्थान ले ही लेगा. इसके लिए सब बैठकर तय करें.
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता अरुण चौधरी, छादेल कलां ग्राम पंचायत सरपंच मांगीलाल बैरवा, पटवारी कुलदीप चौधरी, छादेल कलां ग्राम पंचायत सचिव रविकांत शर्मा, केशवपुरा आदर्श ग्राम वार्ड की महिला वार्डपंच सुमित्रा सैनी को साफा व शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृतिचिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया.
1981 में संघ ने बसाया था केशवपुरा
ग्राम प्रमुख सुरेश सैनी ने गांव की प्रस्तावना रखते हुए बताया कि जुलाई 1981 में जयपुर की चाकसू तहसील का ग्राम छादेल खुर्द भयंकर बाढ़ की त्रासदी का शिकार हुआ था। तब 2 पक्के मकानों को छोड़कर अन्य सभी मकान, पशु और पशु बाड़े सब पानी के साथ बह गए। त्रासदी की सूचना मिलते ही जयपुर महानगर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक छादेल खुर्द की तरफ दौड़ पड़े और 2 दिन से भूखे प्यासे छादेल खुर्द वासियों को भोजन खिलाया। बाढ़ पीड़ितों को भी छत मिले इसी उद्देश्य से संघ की प्रेरणा से गठित राजस्थान बाढ़ पीड़ित सहायता एवं पुनर्वास समिति द्वारा गांव बसाने का निर्णय हुआ. कार्तिक शुक्ल नवमी तदनुसार 6 नवंबर 1981 में केशवपुरा आदर्श ग्राम की नींव रखी गई। मात्र 5 माह में करीब ₹11 लाख खर्च कर समिति द्वारा 64 पक्के मकान मय शौचालय-स्नानागार, सामुदायिक केंद्र, शिवालय एवं मीठे पानी का कुआं तैयार किया गया। चैत्र शुक्ल नवमी तदनुसार 2 अप्रैल सन 1982 के दिन केशवपुरा आदर्श ग्राम के लोकार्पण समारोह में संघ के तृतीय सरसंघचालक स्वर्गीय बाला साहब देवरस का आगमन हुआ। 37 साल बाद 5 अक्टूबर सन् 2018 में केशवपुरा आदर्श ग्राम को सरकार के भू-राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने के आदेश हुए, जिसकी खुशी में केशवपुरा आदर्श ग्राम विकास समिति की ओर से यह कार्यक्रम आयोजित हुआ।