मंगलवार को आतंकियों के हमले में बलिदान हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. किश्तवाड़ में चंद्रकांत की अंतिम यात्रा में उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया था. कड़ी सुरक्षा में काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने अंतिम संस्कार में भाग लिया. इनमें रविन्दर रैना और कविन्द्र गुप्ता भी शामिल थे. डोगरा स्वाभिमान संगठन के नेता लाल सिंह भी अंतिम यात्रा में किश्तवाड़ पहुंचना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने उनको डोडा के असार क्षेत्र में हिरासत में ले लिया था.
चंद्रकांत शर्मा की अंतिम यात्रा को देखते हुए जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी. स्थानीय लोगों के मुताबिक पुलिस एक ड्रोन कैमरे से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पर नजर रखे हुए थी.
इस बीच किश्तवाड़ शहर में कर्फ्यू लगातार जारी है. साथ ही पूरे क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद रखी गई है. शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सेना के जवान तैनात हैं.
लोगों में रोष भी बना हुआ है. क्योंकि पुलिस आतंकियों को पकड़ पाने में सफल नहीं हो पाई है. फिलहाल पुलिस ने 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिसमें अस्पताल में काम करने वाले कईं कर्मचारी भी शामिल हैं. जो आतंकी हमले के वक्त अस्पताल में ही थे. दूसरी तरफ आतंकियों को ढूंढने के लिए क्षेत्र में सर्च अभियान भी जारी है. जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक इस केस की त्वरित जांच के लिए एक एसआईटी यानि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित की गयी है.
किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर ए.एस. राना के अनुसार शहर में अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, लेकिन एहतियातन कर्फ्यू जारी रहेगा.