दुःखद सूचना
जगदगुरु रामानन्दाचार्य हंसदेवाचार्य जी महाराज की गाड़ी प्रयागराज कुम्भ से वापिस लौटते समय सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई, इस दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई. उनका पूरा जीवन सनातन धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए समर्पित रहा. अपनी वाणी और कृत्य से उन्होंने सदैव मानवता की सेवा पर बल दिया.
स्वामी हंसदेवाचार्य जी आज सुबह कुंभ प्रयागराज से लौट रहे थे, रास्ते में उन्नाव के बांगरमऊ में देवखरी के पास शुक्रवार सुबह हरिद्वार शहर निवासी महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी की फॉर्च्यूनर कार ट्रक में जा टकराई. हादसा सुबह 5 बजे हुआ. घायल अवस्था में उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लखनऊ पीजीआई में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
स्वामी हंसदेवाचार्य जी बैरागियों के मुखिया थे और साथ ही राम मंदिर निर्माण आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे थे. स्वामी जी के निधन पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि जी, शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी, स्वामी आनंद गिरि जी, सतुआ बाबा आश्रम के महंत एवं महामंडलेश्वर संतोष जी आदि ने शोक जताया.
जगन्नाथ धाम के नाम से महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी का हरिद्वार में आश्रम है. श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रा नंद गिरी जी ने कहा कि महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी के जाने से साधु समाज को क्षति हुई है. वह संत समाज का नेतृत्व करने वालों में से थे.