उत्तर प्रदेश पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वैड ने देवबंद में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद मोड्यूल का पर्दाफाश किया है. जिसमें एटीएस ने जैश के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी यहां लोकल नौजवानों को रेडिकलाइज़ करने के काम में जुटे थे. शाहनवाज जनवरी माह से एजेंसियों की रडार पर था. एटीएस द्वारा इन गिरफ्तारियों को बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, क्योंकि हाल ही में खुफिया सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद कुछ और बड़े आत्मघाती हमलों की प्लानिंग कर रहा है.
उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में गुरुवार देर रात देवबंद के एक निजी हॉस्टल से जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी गिरफ्तार किए गए. इनमें से एक जम्मू-कश्मीर के पुलवामा और दूसरा कुलगाम का रहने वाला है. एक का नाम शहनवाज अहमद तेली और दूसरे का आकिब अहमद है. ये दोनों जैश के लिए आतंकियों की भर्ती करते थे.
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि ये दोनों बिना किसी एडमिशन के हॉस्टल में रह रहे थे. इनके पास से दो पिस्टल और 30 कारतूस जब्त किए गए हैं. कुछ वीडियो और आतंकियों से चैट की जानकारी भी मिली है. दोनों आतंकियों के पुलवामा हमले से जुड़े होने की भी जांच की जा रही है. इन्होंने कितने लोगों को जैश में भर्ती किया है, फंडिंग कौन करता है, ये स्थानीय स्तर पर किन-किन लोगों के संपर्क में थे, इसकी भी जांच की जा रही है.
एटीएस ने ओडिशा और कश्मीर से यहां आए सात तलबाओं को हिरासत में लिया था. उनसे मिले इनपुट के आधार पर खानकाह इलाके में नाज मंजिल में छापेमारी की. नाज मंजिल एक निजी हॉस्टल है. देवबंद में जो शिक्षा लेने आते हैं, उन्हें तलबा कहते हैं।