—अपना संस्थान के वृक्षारोपण महाअभियान की शुरुआत
जयपुर, 28 मई.
भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही पर्यावरण संरक्षण को विशेष महत्व दिया गया है. उसके दीर्घकालिक संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए प्रकृति को सीधे धर्म से जोड़ दिया गया. परिणामस्वरुप समाज ने बहुत से औषधीय गुणों वाले पेड़-पौधों का पूजन शुरू कर दिया। लेकिन कालांतर में मनुष्य के लालच और प्रकृति के अत्यधिक दोहन ने स्थिति को विकट बना दिया। उक्त विचार अपना संस्थान की ओर से आज जयपुर में अम्बाबाड़ी स्थित आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय परिसर में आयोजित वृक्षारोपण महाअभियान और पर्यावरण संरक्षण संगोष्ठी में सीआरपीएफ जयपुर के डीआईजी वीएस शर्मा ने मुख्य अतिथि के तौर पर व्यक्त किए. उन्होंने राजस्थान के डांग क्षेत्र का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां पहले कभी बेहतर जल स्तर हुआ करता था, लेकिन वक़्त के साथ वहां भी जल स्तर बहुत नीचे चला गया.
श्री शर्मा ने कहा की 1952 में बनी राष्ट्रीय नीति के अनुसार 33 फीसद जमीन पर जंगलों का होना जरूरी है. लेकिन सारे प्रयासों के बावजूद 22 फीसद का आंकड़ा हासिल हो पाया है. इसलिए असंतुलित प्रकृति, जलवायु परिवर्तन और मानव के अस्तित्व के लिए पेड़ों के विनाश को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि कांक्रीट के बेतरतीब जंगलों की वजह से भी प्रदेश के कई इलाके डार्क जोन में तब्दील हो रहे हैं.
संघ करेगा सघन पौधारोपण
संस्थान के राजस्थान क्षेत्र के सचिव विनोद मैलाना ने बताया कि बीते वर्ष दुनियाभर के राष्ट्रों ने पेरिस में जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों को लेकर जो संवाद किया गया, उसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी गंभीरता से लिया और इसी कड़ी में जनवरी में अजमेर के किशनगढ में आयोजित विशेष बैठक में राजस्थान में सघन वृक्षारोपण को लेकर अपना संस्थान यानी अमृतादेवी पर्यावरण नागरिक संस्थान का गठन किया गया. श्री मैलाना ने इस महाअभियान की सिलसिलेवार जानकारी देते हुए बताया कि चालू वर्ष में प्रदेशभर में छह लाख छायादार और फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इन सभी पौधों की निरन्तर मॉनिटरिंग भी की जाएगी। योजना को सफल बनाने के लिए इसे जन -अभियान का रूप दिया जा रहा है। इसके तहत कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के सामाजिक संगठनों, संस्थाओं एवं समितियों से सम्पर्क कर रहे हैं। अभियान से शिक्षण संस्थानों को भी जोडा जाएगा। 2 अगस्त हरियाली अमावस्या और 12 सितम्बर को अमृतादेवी बलिदान दिवस पर सघन पौधारोपण करने की योजना है।
आह्वन
विशिष्ठ अतिथि श्रीकृष्णदास ने कहा कि जिस भारत में नदियों को मां मानने और पहाड़ों को पूजने की परंपरा रही है, वहां पर्यावरण संरक्षण की दुर्दशा बेहद चिंताजनक है. उन्होंने सरकार के साथ समाज को इस अभियान में सक्रिय रूप से जुड़ने का आह्वान किया।
इस अवसर पर स्वच्छ्ता और वृक्षारोपण के लिए विशेष कार्य कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, जयपुर दक्षि ण करण शर्मा ने की. कार्यक्रम में प्रसिद्ध उद्यमी महेंद्र गुप्ता, लघु उद्योग भारती के पर्यावरण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष महेंद्र मिश्रा, वीकेआई एसोसिएशन अध्यक्ष जगदीश सोमानी, झोटवाड़ा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष आनंद गुप्ता, जैसल्या इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष राधेश्याम जैमिनी, सरना-डूंगर एसोसिएशन अध्यक्ष कल्याण सहाय सैनी, जैतपुरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष हीरालाल शर्मा, उद्यमी विक्रांत अग्रवाल, सहित बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे. इस मौके पर विद्यालय प्रांगण में अतिथियों ने वृक्षारोपण किया।
शहर में और भी कार्यक्रम
वृक्षारोपण महाअभियान को लेकर जयपुर शहर में तीन स्थानों पर अपना संस्थान के और भी कार्यक्रम होंगे। मानसरोवर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में 29 मई प्रात: 7 बजे मानसरोवर क्षेत्र के वृक्षारोपण अभियान का उद्घाटन कार्यक्रम है जिसमें राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी, नगरीय विकास मंत्री राजपालसिंह, समाज कल्याण मंत्री अरूण चतुर्वेदी एवं विधायक घनश्याम तिवाड़ी भी हिस्सा लेंगे।
29 मई प्रात: 9 बजे मालवीय नगर सेक्टर 2 स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित होगा जिसके मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के वन पर्यावरण व खनिज राज्य मंत्री राजकुमार रिणवॉ होंगे। अपना संस्थान, राजस्थान क्षेत्र के सचिव विनोद मैलाना, आईएएस केवी गुप्ता, आईएफएस डी.सी.शर्मा, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य यूएस अग्रवाल एवं नगर निगम की उद्यान समिति की अध्यक्षा विमलेश मीणा भी उपस्थित रहेंगे।
इसी प्रकार सांगानेरी गेट स्थित अग्रवाल कॉलेज में 1 जून प्रात: 7 बजे क्षेत्र के सामाजिक संगठन, संस्थान एवं समिति के पदाधिकारियों की बैठक रखी है जिसमें करीब पांच सौ लोग हिस्सा लेंगे।