पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को अंदेशा था कि भारत पीओजेके स्थित जैश के आतंकी अड्डों को निशाना बना सकता है. लिहाजा पाकिस्तान ने पीओजेके से तमाम आतंकी हटाकर खैबर पख्तूनवां के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर में शिफ्ट कर दिए थे. पाकिस्तान को लगा कि भारत पाकिस्तान में इतना अंदर घुसकर स्ट्राइक नहीं करेगा. लेकिन इंडियन एयरफोर्स के मिराज विमानों ने न सिर्फ वहां घुसकर स्ट्राइक की, बल्कि बालाकोट कैंप को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया.
सूत्रों के अनुसार जब इस कैंप पर हमला हुआ, उस वक्त 325 आतंकी, 25 से 27 ट्रेनर कैंप में मौजूद थे. जो हमले के वक्त चैन की नींद सो रहे थे. जिनको भारतीय वायु सेना ने हमेशा के लिए सुला दिया. भारत की इस सर्जिकल स्ट्राइक में मसूद अजहर का साला युसूफ अजहर और उसका भाई इब्राहिम अजहर, तल्हा सैफ और मुफ्ती अजहर खान मारा गया. अचानक हमले से घबराया पाकिस्तान अभी तक ये बताने की हिम्मत नहीं कर पाया है कि हमला इतना अंदर घुसकर किया गया. लेकिन स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है. हालांकि ध्वस्त कैंप के पास किसी को जाने नहीं दिया जा रहा.
दरअसल, पक्की इंटेलीजेंस इनपुट मिली थी कि पाकिस्तान ने तमाम आतंकियों को बालाकोट कैंप में शिफ्ट कर दिया है, जो मानशेरा डिस्ट्रिक्ट में एबटाबाद के उत्तर में बालाकोट कस्बे से करीब 20 किमी दूर है. यहां आम लोगों को जाने की इजाजत नहीं है. ये कैंप 5 स्टार सुविधाओं से लैस था, यहां आतंकियों को प्रोफेशनल ट्रेनिंग दी जाती थी. यहां 500 से 700 लोगों के रहने की तमाम सुविधाएं मौजूद थीं. भारतीय एजेंसिय़ों के सूत्रों के मुताबिक भारतीय फाइटर प्लेन के हमले के बाद अब ये आतंकियों का महल खंडहर में तब्दील हो चुका है. धीरे-धीरे बालाकोट कैंप और उसमें छिपे आतंकियों की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं.