भारत ने स्वदेश में विकसित परमाणु क्षमता युक्त मिसाइल पृथ्वी-द्वितीय का बृहस्पतिवार रात को सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण सेना के यूजर ट्रायल का हिस्सा है. यह मिसाइल 350 किलोमीटर तक वार करने में सक्षम है.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित और परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का रात करीब साढ़े आठ बजे चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र के प्रक्षेपण परिसर-3 से परीक्षण किया गया.
यह अत्याधुनिक मिसाइल 350 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है तथा 500 से एक हजार किलोग्राम तक वजनी मुखास्त्र (वारहेड्स) ले जाने में सक्षम है. इसमें लगे दो इंजन इसकी क्षमता को और बढ़ाते हैं. इसमें लक्ष्य को भेदने के लिए आधुनिक जड़त्वीय दिशा-निर्देशन प्रणाली लगी है और यह अपने प्रक्षेपण पथ पर बड़ी कुशलता से आगे बढ़ती है.
पृथ्वी को एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत विकसित किया गया है. इस परीक्षण के अवसर पर डीआरडीओ के कई वैज्ञानिक और आईटीआर के अधिकारी उपस्थित थे.