जयपुर (विसंकें)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राजस्थान के संघ शिक्षा वर्ग (विशेष) के उद्घाटन सत्र के अवसर आर्ष विद्या पीठ ,sms अस्पताल, शंकर सेवा धाम व वनवासी कल्याण आश्रम आदि सेवा कार्यो से जुड़े मुख्यअतिथि महेश खण्डेलवाल ने प्रशिक्षणार्थीयों को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक कार्यो में सहयोग लेना हो तो हमें उनको वह कार्य दिखाना चाहिए,कार्य को देखकर समाज सब प्रकार से सहयोग करता है।
वनवासी क्षेत्र के प्रकल्प दर्शन के अपने अनुभव को बताते हुए, कहा प्रवासी भारतीय बहिन को वनवासी क्षेत्र में बालकों के लिए चलने वाले प्रकल्प छात्रावास दिखाने गए ना केवल उन्होंने बहुत बड़ा सहयोग किया आप ही तू वह भी मन से बहुत प्रसन्न हुई ।
उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए शिवलहरी भाई ने बताया कि इन निवासी शिक्षा वर्गो की संरचना संघ कार्यकर्ताओ के शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमताओं का विकास करने के लिए की गई है।उन्हीने बताया कि वर्ग में विविध स्थानों से आये हुए कार्यकर्ता साथ रहकर अनेक संस्कारो को स्वभावगत कर लेते है जीवन मे समरसता का भाव , व्यक्तिगत उन्नति के स्थान पर समाज एवं राष्ट्र की उन्नति, समाज को जोड़ने आदि गुणों को आत्मसात करना प्रमुख है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सरस्वती विद्या मंदिर जवाहर नगर में होंने वाला संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष (विशेष) में 40 से अधिक आयु के 208 स्वयंसेवक राजस्थान के सभी जिलों से 20 दिन तक 13 मई से 2 जून रहने वाले हैं।
शिविरर्थीयो के लिए 20 दिन तक चपातियां आदर्श नगर ,जवाहर नगर , तिलकनगर व राजापार्क आदि क्षत्रों के प्रत्येक घर से बनकर आएगी।
इस वर्ष सग्पूर्ण देश में 90 से अधिक संघ शिक्षा वर्ग सम्पन लगना निश्यित हुए है।
शिक्षा वर्ग 20 दिन की अवधि के पूर्ण आवासीय होते हैं ।वर्ग में प्रान्त, क्षेत्र व अखिल भारतीय अधिकारियों का मार्गदर्शन प्राप्त होता है।
श्रम साधना में पौधारोपण, पेड़ो को पानी देना ,शोचालय की स्वच्छता, वर्ग परिसर व मंदिर की स्वच्छता आदि कार्य होते है।
प्रातः प्रतिदिन एक गण सेवा बस्ती में जएगा वही अल्पहार कर के आएगा।