राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वावधान में रविवार को बालाजी नगर में 40 कुण्डीय सामाजिक समरसता यज्ञ का आयोजन किया गया। इस यज्ञ में 16 जातियों के 86 जोड़ों ने परिवार सहित भाग लिया। गायत्री परिवार के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम चरण नदी बस्ती में सम्पन्न हुआ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह गेंदालालजी ने हिन्दू समाज में समरसता बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यज्ञ सांस्कृतिक रचना है। यह हमारी संस्कृति है। स्वामी विवेकानंद ने भी विश्व धर्म संसद में कहा था कि मैं उस देश से आया हूँ जहाँ सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। हमें समाज के कमजोर वर्ग को भी साथ लेना चाहिए। भगवान राम ने सबरी के जूठे बेर खाकर इस भेद को मिटाया था। वैदिक संस्कृति में कण कण में भगवान को मानते हैं। यज्ञ के माध्यम से हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम चरित्रवान बनें और सामाजिक समरसता को बनाने में सहयोग करें।
समरसता यज्ञ के बाद समरसता भोजन का आयोजन भी हुआ। सभी ने एक पंगत में बैठकर भोजन किया।
Post Views: 1,500