विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को उदयपुर के विद्या निकेतन सेक्टर-4 में प्रारंभ हुई. दीप प्रज्ज्वलन के साथ बैठक का शुभारंभ हुआ.
राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री यतींद्र शर्मा ने बैठक की प्रस्तावना में कहा कि विद्या भारती का कार्य शिक्षा के क्षेत्र में एक आदर्श स्थापित करना है. इसके लिए देश भर में चल रहे 25 हजार शिक्षा केंद्रों को समाज के सामने संस्कार और शैक्षिक गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने वाले विद्या मंदिरों के रूप में प्रतिष्ठित किया जाएगा. बैठक में 200 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित हैं.
राष्ट्रीय मंत्री अवनीश भटनागर ने देश में चल रहे विद्या भारती के कार्यों की झलक पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि नगरों, ग्रामों, वनवासी क्षेत्रों, दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों और आतंकवाद, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विद्या भारती के 25 हजार से अधिक विद्यालय शिक्षा व संस्कार की अलख जगा रहे हैं. देशभर में चल रहे इन विद्यालयों में एक लाख 40 हजार से अधिक शिक्षक हैं, तथा 38 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं.
बैठक 15 सितंबर तक चलेगी, जिसमें विद्या भारती के कार्य के विस्तार, शैक्षिक गुणवत्ता के विकास, सूचना तकनीकी का उपयोग कर शिक्षा क्षेत्र में नए प्रयोग, आगामी सत्र के लिए होने वाले खेल कूद, गणित-विज्ञान मेला, अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव जैसे शैक्षणिक विषयों के साथ ही पर्यावरण सुरक्षा, पॉलीथीन मुक्ति, ऊर्जा एवं जल संरक्षण, फिजिकल फिटनेस जैसे समाजोपयोगी विषयों पर भी मंथन कर कार्य योजना बनाई जाएगी.