विसंके जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले जी ने कहा कि हम आपस लड़ेंगे तो विश्व का मार्गदर्शन क्या करेंगे। कुछ ऐसे लोग हैं जो विरोध करते हैं। भारत को तोड़ने का प्रयास करते हैं। विश्व का मार्गदर्शन करने के लिए समाज में परिवर्तन जरूरी है। समाज को अब संगठित करना ही होगा। वे आवासीय खेलकूद मैदान में आयोजित हिन्दू संगम में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 90 वर्षों से संघ काम कर रहा है। पिछले 70 वर्ष से देश के विभिन्न प्रान्तों में काम चल रहा है। संघ का प्रमुख कार्य समाज को संगठित करने का है। संघ को हमेशा समाज का सहयोग और समर्थन मिला है। समय-समय पर संघ कार्य का विरोध और टीका टिप्पणी भी की गई, लेकिन ये सभी प्रयास विफल रहे। हम अपने कार्य से कभी पीछे नहीं हटे। हम किसी का विरोध नहीं करते।
सह सरकार्यवाह जी ने कहा कि छुआछूत धर्म विरोधी है। मंदिर में सभी लोगों का प्रवेश होना चाहिए। समाज में ऊंच-नीच और भेदभाव नहीं होना चाहिए, सभी में वह ईश्वर है। गाँव, गली और शहर तक राष्ट्रभाव जगाना है। 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा फहराने से काम नहीं होगा। एक-दो चुनाव लड़ने से भी काम नहीं होता है।
कार्यक्रम में मध्यभारत प्रांत के संघचालक सतीश पिंपलीकर जी, राजगढ़ के विभाग संघचालक लक्ष्मीनारायण चौहान जी उपस्थित मौजूद थे. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
गुरु गोविन्द सिंह और उनके पुत्रों के बलिदान की थीम
शिविर के लिए परिसर की सजावट गुरु गोविंद सिंह और उनके पुत्रों के बलिदान की थीम पर की गई थी। सह सरकार्यवाह जी ने अपने उद्बोधन में उनके बलिदान को भी याद किया।
शेरपुर में 3 दिवसीय खंड टोली शिविर का समापन
भोपाल इंदौर रोड पर स्थित शेरपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्यभारत प्रांत के खंड टोली शिविर का सोमवार को समापन हुआ। इसमें 8 विभागों के 31 जिलों के 1800 स्वयंसेवक शामिल हुए। वर्ग के लिए पूरे परिसर में 10 नगर बसाए गए थे। वर्ग में मुरैना, ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, विदिशा, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के स्वयंसेवक थे। स्वदेशी, जल संरक्षण, जल प्रबंधन, गौ सेवा विषय भी बैठक में रखे गए।
46 शाखाओं के 231 स्वयंसेवक प्रकटोत्सव में हुए शामिल
सोमवार को शारीरिक कार्यक्रम के लिए जिले की 93 शाखाओं में से 55 शाखाओं पर प्रवास की योजना बनी। उपखंड, खंड, जिला स्तर पर शारीरिक के कार्यक्रम के कार्यकर्ताओं का चयन भी किया गया। जिले की 46 शाखाओं में से 231 स्वयंसेवक प्रकट उत्सव में शामिल हुए।
आभार
सीहोर, मध्यभारत (विसंकें)