विश्व संवाद केन्द्र जयपुर की भरतपुर इकाई द्वारा स्थानीय मास्टर आदित्येन्द्र उ.मा.विद्यालय भरतपुर में देवर्षि नारद जयन्ती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ अतिथियों द्वारा माॅ सरस्वती एवं देवर्षि नारद जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर प्रिंट मीडिया के क्षेत्र में हिन्दुस्तान टाइम्स के श्री सुरेश जी फौजदार, चैनल मीडिया के क्षेत्र में समाचार प्लस के श्री अजय जी सेठवाल एवं प्रेस फोटोग्राफी के क्षेत्र में श्री कैलाश जी नवरंग को सम्मानित किया गया। सम्मानित पत्रकारों को अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह, पुस्तक, श्रीफल, ग्यारह सौ रुपये नगद सम्मान राशि प्रदान की गयी।
कार्यक्रम के मुख्यवक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, के राजस्थान क्षेत्र के सहक्षेत्र प्रचारक श्री निम्बाराम ने कहा कि महर्षि नारद सम्पूर्ण विश्व के ही नही तो सम्पूर्ण ब्रम्हाड के प्रथम पत्रकार थे, वे ऐसे पत्रकार थे जिनकी विश्वसनीयता तीनों लोकों में समानरुप से स्वीकार्या थी। ऐसा इसलिये सम्भव हो पाया क्योकि वे पूर्ण तटस्थ होकर पत्रकारिता धर्म का निर्वहन करते थे। ऐसा इसलिये भी सम्भव हो पाया क्योकि नारद के समाचारों की अन्तिम परिणिति मानव कल्याण, लोक कल्याण की होती थी। मुख्य वक्ता ने कहा कि पत्रकारों को पक्षपात पूर्ण रिपोर्टिग से बचना चाहिए, अच्छे को अच्छा कहना एवं बुरे को बुरा कहना स्वस्थ पत्रकारिता का मूल लक्षण होता है। श्री निम्बाराम जी ने कहा कि आज संघ के बारे में अस्पष्टता रहती है किन्तु यदि संघ को देखना है तो उसके कार्याे को देखना होगा और संघ के कार्य ए.सी. कमरों में नहीं देखे जा सकते उनको देखने के लिये आपको गडिया लोहार की बस्ती में जाना होगा, वनवासियों के आश्रमों में जाना होगा, जब भी कोई आपदा आती है तो संघ बिना जाति, धर्म, सम्प्रदाय आदि देखे असहायों की मदद करता है। ऐसे स्थानों में जाकर ही संघ के कार्याें को समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि संघ राष्ट्रीयता की बात करता है जिसमें सभी समाहित होते है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, भरतपुर के संघचालक श्री महेन्द्र सिंह जी मग्गो ने कहा कि जिस प्रकार सुबह उठते ही चाय की आवश्यकता महसूस होती है उसी प्रकार देश दुनिया की खबरों को जानने के लिये अखबार की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि आज सकारात्मक खबरो के स्थान पर नाकारात्मक खबरे अधिक सुनाई देती हैं, यह नकारात्मक खबरे हमारे मन मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डालती है जिससे व्यक्ति के जीवन में अनेक प्रकार की विसंगतिया उत्पन्न होती है। श्री मग्गो ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमारे समाज में कुछ सकारात्मक होता ही नहीं है बल्कि होता उल्टा है कि समाज में सकारात्मक खबर अधिक होती है लेकिन उन्हे समाचारपत्रों में स्थान नहीं मिल पाता। कार्यक्रम के अध्यक्ष सरसों अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डाॅ. पी.के.राय ने अपने उद्बोधन में पत्रकारों का आव्हान किया कि चूंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है अतः समाचार पत्रों को कृषि के क्षेत्र में होने वाली नयी नयी खोजो एवं परिवर्तनों पर भी समाचार प्रकाशित करने चाहिए।
कार्यक्रम में पत्रकार सम्मान चयन समिति के सदस्यों श्री राजेन्द्र जी जती एवं श्री आदर्श मधुकर को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की प्रस्तावना राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, भरतपुर के जिला प्रचार प्रमुख डाॅ.अरुण जी पाण्डेय ने रखी। कार्यक्रम का संचालन श्री हरी ओम गौतम ने किया एवं आभार प्रदर्शन डाॅ. मानवेन्द्र चतुर्वेदी ने किया।