विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल विष्णु सदाशिव कोकजे जी ने कहा कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण का चुनाव से कोई संबंध नहीं है, बल्कि यह मामला हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा है. उन्होंने राजधानी शिमला में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता की श्रीराम मन्दिर निर्माण से जुड़ी आस्था को केन्द्र सरकार व न्यायपालिकाओं तक पहुंचाने के लिए देशभर में जनजागरण किया जा रहा है, ताकि कोई ऐसा कानून बने जो न्यायालय में चुनौती देने पर भी सफल साबित हो. हिन्दुओं की उदारता को उनकी कमजोरी न समझा जाए, बल्कि उनकी भावनाओं को प्रकट रूप देकर राम मंदिर निर्माण पर जल्द फैसला सुनाया जाए. उन्होंने केन्द्र सरकार से इस मामले को दरकिनार न करने की अपील की. विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि न्यायालय में शपथ पत्र देकर श्रीराम को एक काल्पनिक पात्र बताने वाली कांग्रेस पार्टी आज वोट बटोरने के लिये मंदिरों व मठों में जा रही है. शबरीमला मामले में न्यायालय द्वारा दिये गए निर्णय से यह सिद्ध हो गया कि न्यायालय का जनता की अकांक्षाओं से कोई सरोकार नहीं है.
उन्होंने कहा कि हमारे देश के न्यायालय का न तो जनता से संपर्क है और न ही उसकी आस्था से अवगत है, न्यायालय सिर्फ किताबी बहस के आधार पर निर्णय देते हैं. आज इस जनजागरण के माध्यम से हम यह बात न्यायाधीशों तक पहुंचाना चाहते हैं कि कुछ आस्था से जुड़े विषय न्यायालय की कक्षा के बाहर होते हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि केन्द्र सरकार जल्द ऐसा कोई कानून बनाएगी जो न्यायालय में टिक सके. इस अवसर पर प्रांत संघचालक वीर सिंह रांगड़ा जी, विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल, प्रांत प्रचारक संजीवन जी, ने भी जनसभा को संबोधित किया.