राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी तथा सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने आज सुबह मताधिकार का उपयोग किया. दोनों ने सुबह सात बजे स्थानीय भाऊजी दफ्तरी पाठशाला स्थित मतदान केंद्र में जाकर मतदान किया.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान आज सुबह सात बजे से शुरू हो गया है. इसके तहत देश में कुल 91 सीटों पर मतदान हो रहा है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) चुनाव को प्रजातंत्र का उत्सव मानता है. संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. सभी को मताधिकार के प्रयोग का दायित्व निभाना चाहिए, ऐसा संघ का मानना है.
मतदान 100 प्रतिशत हो – डॉ. मोहन भागवत
मतदान करने के बाद सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि मतदान करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है. प्रजातंत्र को मजबूत बनाने के लिए देश में सभी को मतदान करना चाहिए, ऐसा चुनाव आयोग कहता है. चुनाव आयोग की इस बात से हम सहमत हैं. हम देशवासियों से आग्रह करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान करें. मतदान 100 प्रतिशत होता है तो यह प्रजातंत्र की जीत है. इस अवसर पर सरसंघचालक ने देश में विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और जनकल्याण को ध्यान में रख कर काम करने वाली बहुमत की सरकार बने, ऐसी इच्छा व्यक्त की.
‘नोटा’ कोई विकल्प नहीं’ – भय्याजी जोशी
सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने देशवासियों सें 100 प्रतिशत मतदान की अपील की. अपना वोट देने के पश्चात् भय्याजी ने कहा कि प्रजातंत्र में चुनाव एक उत्सव की तरह होता है. देशवासियों को इस उत्सव में आगे बढ़कर हिस्सा लेना चाहिए. आप किसी भी पार्टी को वोट दें, लेकिन वोट देना हर एक व्यक्ति का कर्तव्य होता है. ‘नोटा’ के प्रयोग से आपका मत बेकार चला जाता है. इसलिए चुनाव में ‘नोटा’ का प्रयोग कोई बेहतर विकल्प नहीं है. मौजूदा उम्मीदवारों में श्रेष्ठ को चुनना चाहिए.