लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के सम्मान में बनाई दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी‘ को वर्ल्ड आर्किटेक्चर न्यूज अवार्ड्स 2019 के लिए नामित किया गया है। यह वास्तुकला के लिए दुनिया के अग्रणी पुरस्कारों में से एक है और सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय डिजाइनों के लिए दिया जाता है। एकता की प्रतीक यह प्रतिमा भारत के राष्ट्रीय गौरव और एकीकरण का प्रतीक है।
स्टैचू ऑफ यूनिटी को देखने आने वाले पर्यटकों के कारण हर साल वनवासी लोगों के लिए पर्यटन और इससे जुड़े हुए क्षेत्रों जैसे होटल आदि में हर साल 15000 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। वडोदरा के पास नर्मदा जिले में स्थित सरदार सरोवर के केवाड़िया कॉलोनी गांव में सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा है। वर्ल्ड आर्किटेक्चर न्यूज वेबसाइट के अनुसार इस सफलता के लिए प्रतिमा को प्रतिष्ठित वर्ल्ड आर्किटेक्चर न्यूज अवार्ड्स 2019 के लिए नामित किया गया है। 1947 में आजादी मिलने के बाद देश को एक सूत्र में पिरोने वाले लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस प्रतिमा को देखने पांच महीनों में 1.5 मिलियन से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। पर्यटकों के आने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है। अपनी वेबसाइट पर, वर्ल्ड आर्किटेक्चर न्यूज ने कहा कि यह प्रतिमा तेज गति वाली हवाओं का भी सामना कर सकती है। इसके अलावा 6.8 की तीव्रता वाले भूकंप को भी झेल सकती है। इसकी वास्तुकला अपने आप में अनुठी है। 182 मीटर ऊंची प्रतिमा भारत के प्रथम गृहमंत्री लौहपुरुष के नाम से प्रसिद्ध सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है। यह प्रतिमा सरदार पटेल द्वारा भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान, सरदार पटेल के विचारों, देशभक्ति, सुशासन और समावेशी विकास करने के लिए उनको समर्पित की गई है।
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