राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य जी ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच एक मंच नहीं, अपितु सभी भारतीयों के लिए स्वदेशी वस्तुएं अपनाने का एक राष्ट्रव्यापी अभियान है, जो कई वर्षों से इस दिशा में कार्य कर रहा है. डॉ. मनमोहन जी स्वदेशी जागरण मंच उत्तर भारत की प्रचार विभाग कार्यशाला में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि स्वदेशी विचारधारा व लघु कुटीर उद्योगों के बढ़ावे से ही सनातन धर्म का पुनः उदय व स्वदेशी आधारित राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा. संघ का काम नगरों, गांव, देहातों में निरंतर बढ़ रहा है, जहां स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अलख-ज्योति स्वयंसेवक जला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जनवरी 2015 से जून तक 31824 स्वयंसेवक और जनवरी 2016 से जून तक 47209 स्वयंसेवक बने. संघ की शाखाओं में निरन्तर सैकड़ों मुस्लिम समाज के लोग भी स्वयंसेवक बने हैं. मुस्लिम समाज के स्वयंसेवकों का संघ की शाखाओं में प्रवेश व संघ शिक्षण हो रहा है. जिनमें से कई प्रचारक शारीरिक, घोष, बौद्धिक तथा प्रचार विभाग में कार्य कर रहे हैं. संघ की शाखाओं को बढ़ाना और प्रत्येक क्षेत्र में निरन्तर कार्य करना स्वयंसेवक का एकमात्र लक्ष्य है. संघ सत्ता के लिए न तो कार्य करता है और न ही समझौते करता है. संघ का एकमात्र उद्देश्य राष्ट्र निर्माण – खुशहाल भारत का निर्माण है, जिसके लिए संघ परिवार के कई अनुशांगिक संगठन कार्यशील हैं.
अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार जी ने कहा कि संघ सम्पूर्ण समाज का एक भारतीय संगठन है जो सन् 1925 से सम्पूर्ण भारतीय समाज को एक माला में पिरोने का कार्य कर रहा है, स्वयंसेवक का लक्ष्य प्रत्येक परिवार के साथ जुड़ना व जोड़ना है.
स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक प्रचारक कश्मीरी लाल जी ने कहा कि ‘स्वदेशी’ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रव्यापी विचारधारा का समागम है. ‘स्वदेशी’ एक विधारधारा का स्रोत नहीं, अपितु हर भारतीय के जीवन में होने वाली स्वदेशी परम्पराओं का अदभुत मिश्रण है. हमारी आत्मा को शुद्ध करने की नई सोच है ‘स्वदेशी’, जो हम पाश्चात्य जीवन (विदेशी वस्तुओं का निरंतर उपयोग) अपनाकर भूल रहे हैं. जिसके कारण चीन, अमेरिका सहित अन्य देश हमारे देश पर अपनी प्रभुता बनाए हुए हैं.
उन्होंने कहा कि चीन निर्मित वस्तुओं सहित सभी विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने के लिए संघ व स्वदेशी जागरण मंच लगातार देशव्यापी अभियान व आंदोलन चला रहा है. इसके साथ ही स्वदेशी कार्यकर्ता चीन द्वारा आतंकी देश पाकिस्तान को आतंक में सहयोग करने तथा भारतीय सीमाओं पर कब्जा करने के कुचक्र को भी नुक्कड़ नाटकों, धरना प्रदर्शन, जनजागरण अभियान के माध्यम से बता रहा है. इस अभियान के कारण ही चीन को इस बार अपने कारोबार में 10000 करोड़ का घाटा हुआ है. भारतीय उद्योग जिसमें विशेषकर लघु व कुटीर उद्योगों को निरंतर प्रोत्साहन देना स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं का एकमात्र लक्ष्य है. जिसके लिए कार्यकर्ता प्रत्येक गांव से लेकर शहर तक राष्ट्रीय आंदोलन चला रहे हैं.
स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओ को ‘मंच’ के राष्ट्रीय सह संयोजक अश्वनी महाजन जी, शिवाजी सरकार, प्रदीप शर्मा, संघ प्रचारक बलराज जी, कमलजीत जी सहित वरिष्ठ संघ अधिकारियों ने भी सम्बोधित किया.
स्वदेशी जागरण मंच (प्रचार विभाग) उत्तर भारत की कार्यशाला में दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश (सभी 6 प्रान्तों मेरठ, अवध, ब्रज, गोरक्ष, काशी, कानपुर) उत्तरांखण्ड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान प्रान्तों से कार्यकर्ता सम्मिलित हुए. इस अवसर पर उत्तर भारत के सभी प्रान्तों के प्रचार प्रमुख, मीडिया समन्वय प्रमुख उपस्थित थे.