राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा 1984 के सिक्खों के नरसंहार मामले में दोषी सज्जन कुमार को उम्रकैद व दो अन्यों को दस-दस साल के कारावास की सजा का स्वागत करते हुए इसे पीडि़त समाज के जख्मों पर मरहम की संज्ञा दी और पूरे दुखांत की सच्चाई देश के सामने लाए जाने की मांग की.
संघ के पंजाब प्रांत संघचालक स. बृजभूषण सिंह बेदी ने कहा कि पीड़ितों को पूरा न्याय उस समय मिलेगा, जब दंगे के आरोपियों के साथ-साथ इनको रोकने की जिम्मेवारी में असफल रहे प्रशासन तंत्र, राजनीति तंत्र के दोषियों को सजा मिलेगी. प्रेस को जारी विज्ञप्ति में स. बृजभूषण सिंह बेदी ने कहा कि सिक्ख दंगों के दोषी सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाया जाना स्वागत योग्य है, लेकिन यह पीड़ित समाज के जख्मों पर केवल मरहम लगाए जाने जैसा है. बड़े षड्यंत्रकारी अभी भी पर्दे के पीछे हैं. पीड़ितों को पूरा न्याय तब मिलेगा, जब इन आरोपियों के साथ दंगों की साजिश रचने वालों को भी सजा मिले. संघ के प्रांत संघचालक स. बेदी ने कहा कि दंगों के दौरान न केवल हजारों निर्दोष लोग मारे गए और करोड़ों की संपत्ति स्वाह हुई, बल्कि दुनिया में भारत की छवि को भारी धक्का लगा. देश विरोधी ताकतों के हाथों में हमारे युवाओं को गुमराह करने का बहुत बड़ा हथियार इन दंगों ने थमा दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि इस नरसंहार के सभी दोषी पकड़े जाएंगे और उन्हें कठोरतम सजा दी जाएगी. उन्होंने क्षोभ जताया कि पिछले 34 सालों से सिक्ख समाज न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाता रहा और सत्ताधीश पीड़ितों को न्याय दिलाने की बजाय आरोपियों को ही बचाने में व्यस्त रहे. इन दंगों की साजिश रचने वाले सूत्रधार और बचाने वाले भी जल्द ही कानून के दायरे में आएं और उन्हें सजा मिले, तभी सिक्ख समुदाय को पूरा न्याय मिलेगा.