विसंकेजयपुर
जम्मू, 1 जुलाई।
भगवान भोले शंकर के भक्तों की पहली टोली शुक्रवार तड़के जम्मू से श्रीनगर के लिए रवाना हुई। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह जत्था शाम तक श्रीनगर पहुंचेगा। उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने 30 गाड़ियों, 1138 श्रद्धालुओं और 150 साधुओं के पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओ की सुविधा के लिए गुरुवार से ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन भी शुरू किया गया है।
अभी तक साढ़े तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालुओ ने बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। यात्रा पर आतंकी खतरे के मद्देनज़र सभी रास्तों पर सीआरपीएफ़ और जम्मू कश्मीर पुलिस की अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं। अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए दोनों रास्तों पर 12,500 केन्द्रीय अर्धसैनिक कर्मी और राज्य पुलिस के 8000 कर्मी तैनात किये जा रहे हैं।
अमरनाथ यात्रियों के लिए राज्य सरकार और श्राइन बोर्ड की तरफ से स्वास्थ संबंधित सुविधाओं का खास ख्याल रखा गया हैं। अमरनाथ यात्रा को शुरू होने के लिए सभी सुविधाओं के साथ साथ मेडिकल सुविधाएं भी रखी गयी हैं। पहाड़ी इलाकों में चढ़ने के दौरान यात्रियों को किसी भी प्रकार की तत्काल मेडिकल सहता उपलब्ध करने के लिए औसतन प्रति 2 किलोमीटर पर मेडिकल केंद्र बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक नुनवन बैस कैंप से पवित्र गुफा तक 19 कैंपस और 19 मेडिकल केंद्र बनाए गए हैं। वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी आज कश्मीर के दौरा पर जा रहे हैं। जहां वो सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद अमरनाथ के दर्शन भी करेंगे।
अमरनाथ की पवित्र गुफा तक पहुंचने के दो रास्ते हैं। एक बालटाल से और दसूरा पहलगाम से जाता है। बालटाल से पवित्र गुफा का रास्ता 14 किलोमीटर का है। जबकि पहलगाम से 51 किलोमीटर है। यात्री बालटाल से डोमेल बरारी होते हुए बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा तक पहुंचते हैं। जबकि पहलगाम वाले यात्री चंदनवाड़ी, पिस्सू टॉप, शेषनाग और पंजतरनी होते हुए पवित्र गुफा तक पहुंचते हैं।
साभार—न्यूज भारती