—जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल का मामला
—स्वयंसेवकों ने की अलवर निवासी मोहम्मद हनीज की मदद
विसंकेजयपुर
जयपुर, 5 जुलाई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या स्वयंसेवक पंथ, सम्प्रदाय के आधार पर भेद नहीं करता. संघ के स्वयंसेवक पिछले नब्बे वर्षों से बिना किसी भेद के समाज में सेवा कार्य कर रहे हैं. इसी का एक अन्य उदाहरण जयपुर में देखने को मिला. ब्लड कैंसर से पीड़ित अलवर निवासी मोहम्मद हनीज के लिए जयपुर के स्वयंसेवक देवदूत बनकर आये. सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती मोहम्मद हनीज की स्वयंसेवक परिजन की भांति मदद कर रहे हैं.
मोहम्मद हनीज सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती है. उनको एसडीपी (सिंगल डोनर प्लेटलेट) चढ़ाने के लिए AB+ ग्रुप का रक्त चाहिए था. मोहम्मद हनीज के भाई ने अपने नजदीकी करीब तीस लोगों को बुलाया. लेकिन एक का भी ग्रुप नहीं मिला. चिकित्सकों का कहना था कि रोगी को एसडीपी चढ़ाने के लिए ग्रुप का ताजा रक्त ही चाहिए. हर तरफ से हताश मोहम्मद हनीज के भाई ने एसएमएस के मुख्य दरवाजे के बाहर बने सेवायाम के कार्यालय में संपर्क किया. सेवायाम के कार्यकर्ता तुरंत मोहम्मद हनीज की मदद के लिए जुट गए.
सूचना पर सांगानेर निवासी संघ के स्वयंसेवक जितेन्द्र कुमार एसएमएस अस्पताल पहुंचे और रक्तदान किया. चिकित्सकों ने रविवार को जितेन्द्र कुमार द्वारा दिये गए रक्त से एसडीपी निकालकर मोहम्मद हनीज को चढ़ाया. सेवायाम मोहम्मद हनीज व उनके परिजनों की देखरेख कर रहा है.
सेवायाम पर एक नजर
सेवायाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा संचालित एक उपक्रम है जो पिछले कई सालों से चिकित्सा के क्षेत्र में कार्यरत है. जयपुर की सड़कों पर प्रतिदिन दर्जनों लोग दुर्घटनाग्रस्त होते हैं. ऐसे लोगों को एम्बुलेंस सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचाती है. इनमें से अधिकांश के साथ कोई परिजन नहीं होता है. दुर्घटनाग्रस्त लोगों को तत्काल चिकित्सा मिले, इसी उद्देश्य से एसएमएस अस्पताल के मुख्य द्वार पर सेवायाम के कार्यकर्ता हर समय तैनात रहते हैं जो परिजनों के आने तक दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की देखरेख करते हैं. इसके अलावा अनाथ तथा निर्धन परिवारों की भी सेवायाम मदद करता है. जैसे मोहम्मद हनीज के मामले में.
मैंने ही विशेष काम किया है ऐसा नहीं है. संघ के स्वयंसेवक नब्बे साल से ऐसा कर रहे हैं. हमने तो मोहम्मद हनीज की मदद कर इंसानियत का फर्ज निभाया है.
जितेन्द्र कुमार, सांगानेर निवासी
सेवायाम मोहम्मद हनीज और उसके परिजनों की हर संभव मदद कर रहा है. बुधवार को और रक्त की आवश्कता पड़ेगी. सेवायाम के कार्यकर्ता इसके लिए तैयार हैं.
डॉ. भीखाराम कुमावत, सचिव सेवायाम, एसएमएस अस्पताल जयपुर.