—वनवासी कल्याण आश्रम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न
—जनजातियों से जुडे चार प्रस्ताव पारित
विसंकेजयपुर
पिण्डवाडा, 23 सितम्बर। सभी जनजातियों के समुचित विकास तक वनवासी कल्याण आश्रम कार्य करता रहेगा। जनजातियों के सर्वांगीण विकास और उन्नति हमारा लक्ष्य है, इसका हमें सदैव स्मरण रखना है। यह बात वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदवेराम उराँव जी ने कही। वे पिण्डवाडा की अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के समापन समारोह में देश भर से पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में देश भर में हुए कार्यक्रमों का ब्योरा प्रस्तुत किया गया और जनजाति से जुडे़ विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। पिछले दिनों कश्मीर के उड़ी स्थित सेना की छावनी में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजली अर्पित की गई।
चार प्रस्ताव पारित
2.धर्मान्तरण पर राष्ट्रव्यापी रोक लगाई जाए एवं अब तक हुए धर्मान्तरणों के दुष्परिणामों का अध्यय करने हेतु एक केन्द्रीय जांच आयोग गठित किया जाए।
3.जनजातियों के तीव्र विकास के लिए सभी प्रावधानों, नीतियों और कार्यक्रमों को सक्रियतापूर्वक लागू किया जाए। नीतियाँ बहुत है परन्तु क्रियान्वयन निराशाजनक है।
4.जनजातियों के सर्वांगीण तथा शीघ्र विकास हेतु राष्ट्रीय जनजाति नीति तत्काल पारित हो।
अखिल भारतीय कार्यकर्ता बैठक शुरू
त्रिदिवसीय अखिल भारतीय कार्यकर्ता शुक्रवार को शुरू हुई जिसमें देशभर के जनजाति क्षेत्रों से 470 पुरूष और 80 महिला प्रतिनिधि हिस्सा ले रही है। सुदूर अरूणाचल प्रदेश, सिक्किम, नागालैण्ड, अण्डमान एवं नेपाल से भी प्रतिनिधि आए है। इन दिन में सभी प्रतिनिधि अपने अपने प्रांत में आयोजित कार्य और उपलब्धियों को सबके सामने रखेंगे। साथ ही जनजाति समाज की समस्याओं और उनके समाधान पर भी विचार—मंथन किया जाएगा। प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होने जा रहा है। कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदेवराम उराँव उपाध्यक्ष कृपाप्रसाद सिंह और निलिमा पट्टे, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सोमयाजुलु आदि वरिष्ठ अधिकारी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।