‘सद—साहित्य बिक्री केन्द्र’ प्रारंभ
विसंकेजयपुर
जयपुर, 2 अक्टूबर। राष्ट्री य स्वयंसेवक संघ, प्रचार विभाग की ओर से रविवार को जयपुर के झोटवाडा नगर में ‘सद्साहित्य बिक्री केन्द्र’ खोला गया। पंचायत समिति भवन के पास मां भगवती स्टोर में खोले गए इस केन्द्र की शुरूआत जयपुर प्रांत प्रचारक श्री निम्बाराम ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर की। इस अवसर पर प्रांत प्रचारक जी ने कहा कि वर्त मान परिदृश्य वैचारिक संघर्ष का है ऐसे में राष्ट्रीय विचार के प्रचार—प्रसार की महत्ती आवश्यकता है।
उनका कहना था कि समाज में सद्साहित्य पढने का स्वाभाव पहले से कम हुआ है इसका कारण यह नहीं है कि समाज बंधुओं को पढने में रूची नहीं है बल्कि उसके पीछे का प्रमुख कारण समाज को सद्साहित्यों का सहज—सुलभ उपलब्ध नहीं होना है। जयपुर में खोले गए ये सद्साहित्य बिक्री केन्द्र अच्छे साहित्यों से दूर होते जा रहे समाज—बंधुओं को पास में लाने का प्रयास करेगा ऐसा मेरा पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि प्रचार विभाग ने उपहार में देने हेतु सात पुस्तकों का संच भी तैयार किया है जिसे हम सबको उपहार देने हेतु प्रचलन में लाना चाहिए।
ऐसे ही जयपुर में दो और साहित्य बिक्री केन्द्र प्रारंभ हुए। वैशाली नगर के ई ब्लॉक स्थित ओम बुक डिपो पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राजस्थान संगठन मंत्री श्री विपिनकुमार ने महापुरूषों के जीवन से संबंधित साहित्य के बिक्री केन्द्र की शुरूआत की। अजमेर रोड डायमंड टावर के सामने श्री गोविन्द स्टोर पर प्रेम नगर के अध्यक्ष जयशंकर देराश्री द्वारा राष्ट्रीय विचारों के साहित्य बिक्री केन्द्र का उद्घाटन किया गया। अन्य केन्द्र की भांति यहां भी पाठकों के लिए कृतिरूप संघदर्शन, राकेश सिन्हा द्वारा लिखी पुस्तक ‘आधुनिक भारत के निर्माता डॉ.केशव हेडगेवार’ शिवाजी, स्वामी विवेकानंद, ऊधम सिंह, भगत सिंह वीर सावरकर,माधव गोलवलकर का व्यक्तित्व एवं कृतित्व, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का परिचय, साक्षात्कार एवं दृष्टिकोण सहित पौराणिक-वैदिक राष्ट्र नायकों का प्रबोधनकारी जीवन चरित्र उपलब्ध रहेगा।