पुणे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक परिसर में तीन विविध विषयों पर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. सरसंघचालक मोहन भागवत जी और बैठक में उपस्थित अन्य कार्यकर्ताओं ने यह प्रदर्शनी देखकर उसकी सराहना की.
छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक का इस साल 350वाँ वर्ष है, इसको ध्यान में रखते हुए एक प्रदर्शनी आयोजित की गयी है. इसमें उनकी एक अश्वारूढ़ मूर्ति रखी है. मूर्ति के एक हाथ में राजदंड और दूसरे हाथ में तलवार है. छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन का परिचय देने वाले कुछ चुनिन्दा प्रसंग, इतिहासकार विजयराव देशमुख, वा. सी. बेंद्रे द्वारा किया गया शिवराय का वर्णन, शिवकालीन पत्रों के नमूने, कवि भूषण का काव्य, शिवाजी महाराज पर रचित पोवाड़े (गीत), महाराज द्वारा निर्मित नौदल, उनके लिखे हुए पत्र के अनुवाद, हिंदवी स्वराज्य के गडकोट, शिवभारत में लिखे हुए कुछ वर्णन का समावेश है. इसके अलावा संत तुकाराम महाराज और छत्रपति शिवाजी महाराज की ऐतिहासिक भेंट दर्शाने वाला भक्ति-शक्ति संगम शिल्प का समावेश भी है.
दूसरी प्रदर्शनी विविध संगठनों द्वारा स्वावलम्बी भारत अभियान के बारे में है. बेरोजगारी, गरीबी मुक्त और समृद्धि युक्त, स्वावलंबी भारत की निर्मिती अभियान का उद्दिष्ट है. अभियान के अंतर्गत आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र में कार्यरत 30 संस्थांओं का सहभाग है. देशभर में उनकी तरफ से किए गए कार्य को प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया गया है.
स्वातंत्र्य संग्राम में जनजाति नायकों के योगदान को दर्शाने वाली प्रदर्शनी को भी यहाँ प्रदर्शित किया गया है, जिसे अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा तैयार किया गया है.