विसके जयपुर।
आज समाज में गरीबी के चलते किसी भी व्यक्ति की शिक्षा बीच में अधुरी नहीं रहनी चाहिए। कोई व्यक्ति शिक्षा से वंचित ना रहे ऐसा प्रयास होना चाहिए। यह कहना था राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ के उ.प. क्षेत्र सेवा प्रमुख शिवलहरी जी का
वे रविवार को अलवर में माधव सेवा समिति के शिक्षा प्रकल्पों के वार्षिकोत्सव में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा की माधव सेवा समिति का ध्येय है कोई है की भी व्यक्ति किसी भी अभाव में शिक्षा से वंचित नहीं रहे, यह प्रयास किया जा रहा है। गरीबी के कारण बहुत से लोगो की शिक्षा अकसर बीच में ही छूट जाती है। उन्होंने सेवा प्रकल्पों के कार्यो पर विस्तार से प्रकश डालते हुए संस्कारयुक्त शिक्षा पर जोर दिया। ंमाधव सेवा समिति द्वारा आयोजित शिक्षा प्रकल्पों के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि राजस्थान के श्रम मंत्री डॉ. जसवंत सिंह यादव ने अपने संबोधन में कहा की संस्था मुख्य धारा से कटे लोगों को राष्ट्र के साथ जोडऩे का कार्य संस्कारित शिक्षा के माध्यम से कर रही है। उन्होंनें कहा वर्तमान समय में बच्चें केवल शिक्षा ले रहे है उनमें संस्कार नहीं है। जिससे वह अपनों से व परिवार से दूर होता जा रहा है। इसलिए आज संस्कारित शिक्षा की आवश्यकता है।
इससे पूर्व कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का संस्था परिवार की ओर से स्वागत सम्मान किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता किशनगढ़बास के उपप्रधान श्री किशन गुप्ता ने की। विशिष्ट अतिथि सनराइज विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. वी. के. अग्रवाल, मित्तल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ.एस.सी. गुप्ता, सी.ए. राजेश गुप्ता के साथ
बीकानेर के किशोरसिंह थे। इस दौरान माधव सेवा समिति के भामाशाहों का श्रम मंत्री द्वारा सम्मान किया गया। संस्था मंत्री विमल जैन ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक डॉ. के.के.गुप्ता ने अतिथियों का परिचय कराया। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। मंच संचालन सतीश शर्मा ने किया। कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकश बडाया, डॉ. चमन जैन, दौलतराम हजरती, प्रवीण जैन, रोहित जैन, ब्रजभूषण, मेहरचंद, राजकुमार तीर्थानी सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
आभार योगेन्द्र शर्मा
अलवर