आंखों में बसा है वो अद्भुत नजारा आज भी…सूर्य नारायण गुप्ता
कारसेवक संस्मरण श्रृंखला – 7 दो दिसंबर 1992 की बात है, मैं उस समय सवाई माधोपुर से अपने अन्य साथियों के साथ ट्रेन से अयोध्या के लिए रवाना हुआ था। पूरे रास्ते भर कारसेवक...
कारसेवक संस्मरण श्रृंखला – 7 दो दिसंबर 1992 की बात है, मैं उस समय सवाई माधोपुर से अपने अन्य साथियों के साथ ट्रेन से अयोध्या के लिए रवाना हुआ था। पूरे रास्ते भर कारसेवक...
कारसेवक संस्मरण श्रृंखला- 6 कारसेवक गिरधारी लाल गुप्ता वर्ष 1990 की कारसेवा में अयोध्या गए थे। अपने अनुभव साझा करते हुए गुप्ता बताते हैं कि मैं उस समय बीकानेर में पढ़ाई कर रहा था...
कारसेवक संस्मरण श्रृंखला- 5 याद है वो दिन जब 1992 में सांकेतिक कारसेवा के आवाह्न पर हम सभी कारसेवक जत्थे के साथ ट्रेन से रवाना हुए थे। राजसमंद से हमारे जत्थे में लगभग पंद्रह...
कारसेवक संस्मरण श्रृंखला- 4 वर्ष 1990 की कार सेवा में मैं शामिल हुआ था। हम लगभग 25 अक्टूबर 1990 को टोलियों के रूप में ट्रेन से जयपुर से अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि कार सेवा के...
कारसेवक सस्मरण श्रंखला- 3 जयपुर। 28 नवंबर 1992…। ये तारीख शायद ही कोई भूला हो। यह वो समय था जब राम मंदिर आंदोलन चरम पर था। देश में ”बच्चा—बच्चा राम का, जन्मभूमि के काम...
कारसेवक संस्मरण- 2 कार सेवा के संस्मरण साझा करते हुए कारसेवक अशोक सिंघल कहते हैं- मुझे याद है 1992 का वो दिन, जब मैं धौलपुर जिले से कार सेवा में गया था। हमें कारसेवा...
जयपुर। याद है मुझे वो दिन जब पहली बार कारसेवा में जाने का अवसर मिला। गिरिराज जी दादाभाई के नेतृत्व में हम एक ट्रेन से लगभग चार सौ कारसेवक अयोध्या जा रहे थे। गोपाल...