श्रवण कुमार के पद चिन्हों पर चलकर करें मातापिता की सेवा -मनन चतुर्वेदी
HSS फाउंडेशन द्वारा सभी समुदायों मंचों एवम् संस्थाओं को संगठित करने का अनूठा प्रयास -किरोड़ी लाल मीणा
अम्बेडकर सर्किल स्थित एसएमएस इन्वेस्टमेंट ग्राउंड में चल रहे हिन्दू आध्यात्मिक एवम् सेवा मेले के चोथे दिन प्रातः 10 बजे मातृ पितृ वंदन कार्यक्रम हुआ जिसमें हजारों पुत्र पुत्रियों ने अपने माता पिता का वंदन किया एवम् आशीर्वाद लिया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि मनन चतुर्वेदी ने कहा कि माता पिता का कर्ज संतान कभी भी नहीं चूका सकती अतः जिस प्रकार श्रवण कुमार ने मातापिता की सेवा की उसी भाव के साथ हमें भी अपने माता पिता की सेवा और सुश्रुसा करनी चाहिए । इस अवसर पर दौसा लालसोट विधायक एवम् पूर्व मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि हिन्दू आध्यात्मिक एवम् सेवा फाउंडेशन दवारा किया जा रहा यह प्रयास अनूठा एवम् अद्भुत है जिसमें सभी समुदाय संस्थाओ एवम् मंचों को संगठित करके समाज में सकारात्मक विचारों की क्रान्ति का प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर लगभग पांच हजार माता पिता और उनकी संतानों की उपस्थिति पारिवारिक एकता एवम् संस्कृति का परिचय दे रही थी। इस मौके पर गुरुचरण सिंह गिल मधु शर्मा एवम् विमला देवी सहित कई मेहमान मंचासीन थे ।
समाज में सामाजिक विषमता को समाप्त करने का कार्य करे स्वयं सेवी संस्थाएं -गुणवंत सिंह कोठारी
सेवा मेले में दोपहर दो बजे सामाजिक समरसता समारोह संपन्न हुआ जिसमें मुख्य वक्ता दुर्गा दास ने कहा कि बालासाहब देवरस ने सामजिक समरसता का कार्य करके नई शुरुआत की जिससे समाज में लोगों में जागरूकता बढ़ी जो धीरे धीरे समाज में वैचारिक क्रान्ति ला रही है ।उन्होंने कहा कि धर्मं शास्त्रों में उचित अनुचित बिंदुओं की पुनः व्याख्या करने के लिए हिन्दू समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है।समाज में आवश्यकताओं के अनुसार हमारे शास्त्रों की पुनर्व्याख्या करके स्वस्थ एवम् समरस समाज की स्थापना करने से सामाजिक समानता का निर्माण सम्भव हो पायेगा। उन्होंने समाज सुधारकों एवम् लोक देवताओं का जिक्र करते हुए कहा कि रामदेवरा के लोक देवता बाबा रामदेव जी ने विषम परिस्थितियों में भी सामाजिक समरसता का कार्य किया जिसमें मुख्य रूप से जागरण जम्मा देने की योजना सफल हुई तथा बेणेश्वर धाम औदीच्य ब्राह्मण परिवार के माल जी महाराज एवम् भरतपुर के महाराजा सूरजमल सहित कई समाज सुधारकों का योगदान अतुलनीय है । इस अवसर पर साध्वी समदर्शी ने वर्ण व्यवस्था की व्याख्या करते हुए कहा कि मानव शरीर के चार हिस्सों में वर्ण व्यवस्था को परिभाषित किया गया है जिसका वास्तवित अर्थ समभाव के साथ समरसता स्थापित करना है तभी मानव जीवन में समानता स्थापित होगी अतः बंधुत्व भाव की परिभाषा को हमें समझना जरुरी है । समदर्शी ने कहा कि परिवार जाति समाज मठ मंदिर संस्थाओं और मंचों में सबसे पहले सामाजिक समरसता की आवश्यकता है तभी समाज में सामाजिक समरसता एवम् सद्भाव कायम होगा । पूर्व आईपीएस एवम् अम्बेडकर पीठ के महानिदेशक कन्हैया लाल बैरवा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
प्रयास आर्ट फेस्टिवल में नामी चीत्कारों ने की लाइव चित्रकारी
प्रकृति से संस्कृति की और प्रयास आर्ट फेस्टिवल के बेनर तले लाइव चित्रकारी की गई जिसमें राजस्थान के कई नामी चित्रकारों ने थीम आधारित चित्रकारी की। आर्ट फेस्टिवल के प्रभारी डॉ सुरेन्द्र सोनी विजय कुमार शर्मा ने बताया कि HSS फेयर में मुख्य रूप से छः थीम आधारित विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ रंग बिरंगी चित्राकृतियां बनाई गई जो मेले में सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र रही
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आधारित नुक्कड़ नाटिका का हुआ मंचन
HSS फेयर में ह्यूमन केयर सोसाइटी द्वारा ” बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ ” एवं “नारी सशक्तिकरण” के विषय पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. ह्यूमन केयर सोसाइटी की संयोजक श्रीमती स्वीटी सोनी ने बताया की नुक्कड़ नाटक का उद्देश्य इस विषयो पर आमजन को जागरूक करना तथा नारी के प्रति सम्मान एवं आदर भाव पैदा करना है।
सेवा मेले में पर्यावरण संरक्षण हेतु धरती माता नदियों एवम् प्रकृति के प्रति सम्मान हेतु गंगा भूमि वंदन भी हुआ और सायंकाल वेला में गागा माता की आरती की गई जिसमें सैंकड़ो विजिटर्स ने भी गंगा मैया की आरती की।
मेले में रक्तदान शिविर का भी हुआ आयोजन
भगवान् महावीर केंसर चिकित्सालय एवम् अनुसन्धान केंद्र की ओर से विशाल रक्त दान शिविर हुआ जिसमें विजिटर्स ने भी स्वेच्छा से बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
विज्ञान प्रदर्शनी में पर्यावरण संरक्षण एवम् मेले की थीम अनुसार कई मॉडल् आकर्षण का केंद्र रहे जिसमें इलेक्ट्रिक बाई साईकल सहित कई आविष्कार शामिल है ।